0 क्यूँकि अरबी हुरूफ़ को हिंदी में बिलकुल हू बा हू लिखना मुमकिन नहीं है इसलियें हुरूफ़ को बोलने के अंदाज़ पर ग़ौर कीजिये। B 1.2 हुरूफ़ अलहिजा अल मुफरद2018-01-242019-10-27https://www.bararah.com/wp-content/uploads/2018/01/bararah-logo-1.pngBararah Institutehttps://www.bararah.com/wp-content/uploads/2018/01/b-1.2-a-1.png200px200px